महाराष्ट्र कैडर की प्रशिक्षु पूजा खेडकर के प्रमाणपत्रों पर सवाल उठाये जाने के बाद अब दिव्यांगता सर्टिफिकेट पर देवभूमि उत्तराखंड की एक आईएएस अफसर नितिका खंडेलवाल भी चर्चाओं में आ गई है
उत्तराखंड की आईएएस अफसर नितिका खंडेलवाल के दिव्यांगता सर्टिफिकेट पर विवाद हो रहा है। एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें उनकी दिव्यांगता को लेकर सवाल उठाए जा रहे हैं। वीडियो में उन्होंने एक सिमूलेटर पर ड्राइविंग टेस्ट दिया है, जिसमें उपयोगकर्ताओं ने उनके बिना चश्मे के दिव्यांग होने पर सवाल उठाया है। इसके बाद सोशल मीडिया पर उन्हें ट्रोल किया जा रहा है।
नितिका ने बताया कि यह वीडियो उनके एआरटीओ रुड़की के कार्यालय के निरीक्षण का है, जब वह एसडीएम थीं। वीडियो आज भी उनके चैनल पर उपलब्ध है और इसे करीब 19 लाख लोगों ने देखा है।
उन्होंने बताया कि वीडियो के अंश को गलत तरीके से प्रसारित कर रहे लोगों के खिलाफ कानूनी कदम उठाए जा रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि एक कथित फर्जी सर्टिफिकेट के मामले में सभी दिव्यांग लोगों को जज करने की उम्मीद नहीं की जा सकती है। वास्तव में, दिव्यांगता के बावजूद कई लोगों ने यूपीएससी पास करने के लिए संघर्ष किया है।
नितिका खंडेलवाल को रॉड डिस्ट्रॉफी रोग से पीड़ा है, जो आंखों की रोशनी को समय के साथ पूरी तरह खत्म कर सकता है। इस बीमारी में रेटिना की प्रकाश-संवेदी कोशिकाएं धीरे-धीरे खत्म हो जाती है