मुख्यमंत्री शपुष्कर सिंह धामी ने जनपद सम्भल के जनता कृषक इंटर कॉलेज पंवासा के रजत जयंती वार्षिकोत्सव में सामिल हुए। इस दौरान मुख्यमंत्री ने शिक्षा के क्षेत्र में विद्यालय के प्रयासों की सराहना की तथा विद्यालय के मेधावी छात्रों को पुरस्कृत कर उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। मुख्यमंत्री ने कहा कि शिक्षा का हमारे जीवन में विशेष महत्त्व है, शिक्षा से व्यक्ति का भौतिक, सामाजिक एवं आध्यात्मिक विकास सुनिश्चित होता है। व्यक्तित्व के निर्माण के लिए भी शिक्षा नितांत आवश्यक है। शिक्षा और संस्कार मनुष्य के जीवन के दो कीमती उपहार है, जो व्यक्ति के जीवन की दिशा और दशा दोनों बदल देते है।
उन्होंने कहा कि माता-पिता और शिक्षकों का यह कर्तव्य होना चाहिए कि बच्चों को सदा सच्चाई के मार्ग पर चलना सिखाएं। उन्हें सहनशील, कर्तव्यनिष्ठ बनाएं तथा सभी से प्रेमपूर्वक आत्मीयता का व्यवहार करना सिखाएं। क्योंकि मनुष्य अपने जीवन में जो डिग्री हासिल करता है वह सिर्फ एक कागज का टुकड़ा मात्र है, जबकि व्यक्ति की असली डिग्री उसके संस्कार हैं। उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति से सभी वर्ग के लोगों को समानता के आधार पर शिक्षा प्राप्त करने के अवसर मिलेंगे तथा स्कूल स्तर पर युवाओं के कौशल विकास में सहायता प्राप्त होगी। इस नीति से शोध एवं अनुसंधान को बढ़ावा मिलने के साथ ही युवा पीढ़ी को प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए तैयारी करने में मदद मिलेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड और उत्तर प्रदेश की श्री योगी आदित्यनाथ की डबल इंजन की सरकारों में बड़े स्तर पर जहां मेडिकल कॉलेजों की स्थापना की जा रही है वहीं प्राथमिक व माध्यमिक शिक्षा के विकास पर भी पूर्ण ध्यान दिया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने विश्वास व्यक्त किया कि प्रधानमंत्री श्री मोदी द्वारा दिखाए मार्ग पर चलते हुए हम शीघ्र ही एक विकसित भारत बनाने में अवश्य सफल होंगे।