उत्तराखंड कांग्रेस में इस्तीफों का दौर खत्म ही नहीं हो रहा है। रविवार को पार्टी को दो बड़े झटके लगे। टिहरी से विधानसभा के चुनाव में भाजपा के उम्मीदवार रहे विरष्ठ नेता धन सिंह नेगी और बदरीनाथ विधायक व पूर्व मंत्री राजेंद्र सिंह भंडारी ने पार्टी को छोड़ दिया। वहीं, तीन दिन में सात बड़े नेताओं के इस्तीफे से पार्टी में हड़कंप मचा हुआ है।
राजेंद्र भंडारी, जो चमोली जनपद के पोखरी विकास खंड के नैली ऐंथा गांव के निवासी हैं, ने छात्र जीवन से ही राजनीति की शुरुआत की थी। उन्होंने 2002 से 2007 तक चमोली जिला पंचायत के अध्यक्ष के रूप में सेवाएं दी। 2007 में नंदप्रयाग विधानसभा से वे निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में जीते और भाजपा की खंडूड़ी सरकार में 2012 तक खेल मंत्री रहे। वर्ष 2012 में उन्होंने भाजपा छोड़कर कांग्रेस का साथ जोड़ा और बदरीनाथ विधानसभा से विधायक निर्वाचित हुए। उन्होंने हरीश रावत सरकार में अंतिम छणों में तीन माह तक कृषि मंत्री के पद पर काम किया। वर्ष 2017 में वे महेंद्र भट्ट से चुनाव हार गए और 2022 में फिर से विधायक बने।