महिला से दुष्कर्म और उसकी बेटी से छेड़छाड़ के मामले में धारा 376 और पॉक्सो एक्ट के तहत आरोपित दुग्ध संघ के अध्यक्ष मुकेश बोरा की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही है.पॉक्सो कोर्ट से घर जमानती वारंट जारी होने के बाद से पकड़ने के लिए पुलिस लगातार दबिश दे रही है. पुलिस ने फरार चल रहे बोरा पर शिकंजा और कस दिया है. पुलिस अब बोरा की संपत्ति कुर्क करने की तैयारी में है.इसके लिए कोर्ट के आदेश पर पुलिस ने धारा 82 के तहत नोटिस की अनुमति ली है। अनुमति मिलने के बाद पुलिस बोरा के नाम 82 का नोटिस जारी कर मुनादी कराएगी।
एक सितंबर को लालकुआं थाने में एक महिला कर्मी ने मुकेश बोरा के खिलाफ दुष्कर्म संबंधी शिकायत की थी। पुलिस ने मामले में बोरा और उसके चालक कमल बेलवाल पर केस दर्ज कर लिया था। इसके दो दिन बाद ही पुलिस ने दुष्कर्म पीड़िता की बेटी के बयान के आधार पर बोरा के खिलाफ पॉक्सो एक्ट की धारा बढ़ा दी थी। पॉक्सो की धारा बढ़ाने के हफ्तेभर बाद भी पुलिस मुकेश बोरा और उसके चालक को पकड़ नहीं सकी है। बोरा को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस ने दो टीमें गठित कर कई जगह छापेमारी की और कई लोगों को पूछताछ के लिए भी हिरासत में लिया है लेकिन आरोपी बोरा पुलिस की गिरफ्त में नहीं आया
संपत्ति कुर्क करने संबंधी कार्रवाई कर रही है। बताया जाता है कि पुलिस ने कोर्ट में 82 के नोटिस की अर्जी लगाने से पहले की प्रक्रिया शुरू कर दी है। बुधवार को पुलिस न्यायालय में अर्जी लगा सकती है। कोर्ट से अनुमति मिलने के बाद सपंति कुर्क करने की कार्रवाई शुरू कर दी जाएगी।